भारतीय संविधान का कौन सा भाग संविधान की ‘आत्मा’ कहलाता है?

भारत के संविधान की उद्देशिका में निम्नलिखित में से किसका उल्लेख नहीं है? अ. सामाजिक समानता ब. व्यक्ति की गरिमा स. प्रतिष्ठा की समानता द. राष्ट्र की अखण्डता उत्तर— अ निम्नलिखित में से किस बाद में उच्चतम न्यायालय ने धारणा प्रस्तुत की कि ‘उद्देशिका संविधान का भाग है’? अ. यूनियन Read more…

1935 का अधिनियम

1935 का अधिनियम एक विस्तृत अधिनियम था। यह अंग्रेजों द्वारा भारत में लागू की गई अंतिम महत्वपूर्ण संवैधानिक व्यवस्था थी। इसे लागू करने के कई कारण थे। 1919 का मांटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधार भारतीयों को संतुष्ट नहीं कर पाया था। भारत के संवैधानिक सुधार के संबंध में सुझाव देने के लिए Read more…

राज्यसभा

  भारत की केन्द्रीय व्यवसथापिका को संसद कहा जाता है। भारतीय संसद के तीन अंग हैं- राष्ट्रपति, राज्यसभा और लोकसभा। राज्यसभा और लोकसभा के रूप में संसद के दो सदन हैं। राज्यसभा को उच्च सदन और लोकसभा को निम्न सदन कहते हैं। इस प्रकार भारतीय संसद द्विसदनात्मक है। अनु. 79 Read more…

प्रधानमंत्री के कार्य

  प्रधानमंत्री सहित सभी मंत्रियों (कैबिनेट, राज्यमंत्री एवं उपमंत्री) के समूह को मंत्रिपरिषद् कहा जाता है। मंत्रिपरिषद् की रचना के विभिन्न चरण हैं— प्रधानमंत्री की नियुक्ति — अनुच्छेद 75(1) के अनुसार प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति करेगा और अन्य मंत्रियों की नियुक्ति प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति द्वारा की जायेगी। राष्ट्रपति Read more…

पंचायती राज व्यवस्था में सुधार हेतु गठित अन्य समितियां

पंचायती राज व्यवस्था में सुधार हेतु गठित अन्य समितियां अशोक मेहता समिति, 1977 की सिफारिशें द्विस्तरीय पंचायती राज प्रणाली को अपनाया जाय अर्थात् ग्राम पंचायत के स्थान पर मंडल पंचायते गठित की जाए।जिला कलेक्टर सहित सभी अधिकारी जिला परिषद के अधीन रखे जावें।संस्थाओं के चुनाव दलगत आधार पर करवाए जाए।समाज Read more…

प्रस्तावना (Preamble)

हमारे संविधान के प्रारंभ में एक प्रस्तावना है जिसके द्वारा संविधान में मूल उद्देश्यों को स्पष्ट किया है जिससे संविधान की क्रियान्वति तथा उसका पालन संविधान की मूल भावना के अनुसार किया जा सके। संविधान के गौरव पूर्ण मूल्यों को संविधान की प्रस्तावना में रखा गया है। संविधान की मूल Read more…

भारतीय संविधान की विशेषताएं

Salient Features of Indian Constitution – सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न संविधान (Sovereign Constitution) –भारत का संविधान लोकप्रिय प्रभुसत्ता पर आधारित संविधान है अर्थात यह भारतीय जनता द्वारा निर्मित है। इस संविधान द्वारा अन्तिम शक्ति भारतीय जनता को प्रदान की गई है। संविधान की प्रस्तावना में कहा गया है कि ‘हम भारत Read more…

राजस्थान में मंत्रिपरिषद की अधिकतम संख्या कितनी हो सकती है?

अ. राज्य के मुख्यमंत्री की इच्छा पर निर्भर है ब. राज्य के राज्यपाल की इच्छा पर निर्भर है स. राजस्थान विधानसभा की सदस्य संख्या का 15% तक द. सत्ता पक्ष की सदस्य संख्या का 15% [showhide type=”a” more_text=”Show Answer” less_text= “Hide Answer”] उत्तर— स[/showhide] परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रश्न Read more…

राजस्थान में राष्ट्रपति शासन कितनी बार लगाया गया?

01. राज्यपाल की नियुक्ति किसके द्वारा की जाती है? अ. मुख्यमंत्री द्वारा ब. विधानसभा सदस्यों द्वारा स. राष्ट्रपति द्वारा द. प्रधानमंत्री द्वारा उत्तर- से 02. निम्न कथनों में से कौन सा कथन नारायणी देवी वर्मा के संदर्भ में गलत है? अ. वह 1970 से 1976 तक राज्यसभा की सदस्या रही Read more…

भारत सरकार अधिनियम, 1858

क्राउन शासन के अधीन संवैधानिक विकास 1857 ई. के विद्रोह के शांत होने के बाद भारत का शासन ईस्ट इंडिया कम्पनी के हाथों से निकलकर ब्रिटिश क्राउन के हाथ में पहुंच गया। भारत सरकार अधिनियम, 1858 बोर्ड ऑफ कंटृोल के अध्यक्ष लार्ड स्टैनले ने भारत के ‘बेहतर प्रशासन’ के लिए Read more…