Rpsc 2nd Grade Syllabus pdf in Hindi

September 26, 2025

Study Whiz

Rpsc 2nd Grade Syllabus 1st Paper in Hindi | Rpsc 2nd Grade Syllabus pdf in Hindi

Rpsc 2nd Grade Syllabus 1st Paper in Hindi राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में वरिष्ठ शिक्षकों की भर्ती के लिए बड़ी घोषणा कर दी है। इस भर्ती के तहत कुल 6500 पदों पर योग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाएगी। आयोग ने इस वैकेंसी का नोटिफिकेशन 17 जुलाई 2025 को जारी किया है। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन रहेगी और इच्छुक उम्मीदवार 19 अगस्त 2025 से लेकर 17 सितंबर 2025 तक आवेदन किया गया।

स्कूल व्याख्याता के 3225 पद जिसमे सर्वाधिक पद हिन्दी विषय के जबकि वरिष्ठ अध्यापक के 6500 पद मे से सर्वाधिक पद गणित विषय के है। तीनों भर्ती का ऑनलाइन आवेदन सम्पूर्ण हो चुके है। परीक्षा आगामी वर्ष आयोजित होगी।

RPSC 2nd Grade GK Exam Pattern

S. NO.SUBJECTNo of QuestionTotal Marks
1.राजस्थान का भौगोलिक , ऐतिहासिक , सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान4080 Marks
2.राजस्थान के संदर्भ में समसामयिकी1020 Marks
3.विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान3060 Marks
4.शैक्षिक मनोविज्ञान2040 Marks
TOTAL100200 Marks
1.सभी प्रश्नों के अंक समान है | नेगेटिव मार्किग एक तिहाई होगी
2.वरिष्ठ अध्यापक पद के लिए प्रतियोगी परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र 200 अंक का सामान्य ज्ञान का होगा
3.प्रश्न पत्र की अवधि दो घंटे की होगी ।

Rpsc 2nd Grade Syllabus 1st Paper in Hindi

राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा (RPSC ) द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का पाठ्यक्रम 25 सितंबर 2025 को नवीनतम पाठ्यक्रम जारी किया गया। पुराने पाठ्यक्रम में आंशिक परिवर्तन किया गया।

सामान्य ज्ञान एवं मनोविज्ञान

प्रश्नपत्र- प्रथम

I. राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं सामान्य ज्ञान: –

  • भौतिक विशेषताएँ, जलवायु, जल निकासी, प्राकृतिक वनस्पति, कृषि, पशुधन, डेयरी विकास, जनसांख्यिकीय विशेषताएँ, जनजातियाँ, उद्योग, पर्यटन और प्रमुख पर्यटन केंद्र।
  • राजस्थान की प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता (स्थल और उनका महत्व)
  • 18वीं शताब्दी तक राजस्थान का इतिहास
  • राजस्थान के राजपूत राजवंश
  • दिल्ली सल्तनत, मेवाड़, रणथंभौर और जालौर के साथ संबंध।
  • राजस्थान और मुगल: मेवाड़, मारवाड़, आमेर और बीकानेर (सांगा, प्रताप, आमेर के मानसिंह, चंद्रसेन, बीकानेर के राय सिंह, मेवाड़ के राज सिंह के विशेष संदर्भ में)।

राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास

  • 1857 की क्रांति।
  • राजनीतिक जागृति।
  • प्रजामंडल आंदोलन।
  • किसान और आदिवासी आंदोलन।
  • राजस्थान का एकीकरण।
  • समाज और धर्म।
  • लोक देवता और देवियाँ।
  • राजस्थान के संत।
  • वास्तुकला – मंदिर, किले, महल और स्मारक।
  • चित्रकला, विभिन्न विद्यालय।
  • मेले और त्यौहार।
  • रीति-रिवाज, पोशाकें, आभूषण और हस्तशिल्प।
  • लोक संगीत, नृत्य और प्रदर्शन कला।
  • भाषा और साहित्य।
  • राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।

राजस्थान की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था: –

  • राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद।
  • राज्य विधान सभा।
  • राजस्थान उच्च न्यायालय और अधीनस्थ न्यायालय।
  • पंचायती राज व्यवस्था एवं उसका प्रशासन।
  • राज्य सचिवालय, संभागीय आयुक्त, जिला प्रशासन।
  • शहरी स्थानीय स्वशासन एवं उसका प्रशासन।
  • राजस्थान लोक सेवा आयोग, राजस्थान राज्य महिला आयोग, राजस्थान राज्य वित्त आयोग, राजस्थान राज्य चुनाव आयोग।
  • लोकायुक्त, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण।

राजस्थान के समसामयिक घटनाक्रम:-

  • महत्वपूर्ण व्यक्ति, स्थान एवं समसामयिक मुद्दे।
  • कल्याण एवं विकास से संबंधित नई योजनाएँ एवं पहल।
  • आर्थिक-राजनीतिक गतिशीलता।
  • खेलकूद एवं क्रीड़ाएँ।
  • पुरस्कार, पुस्तकें एवं लेखक।

III. विश्व एवं भारत का सामान्य ज्ञान:-

  • महाद्वीप, महासागर एवं उनकी विशेषताएँ, वैश्विक पवन प्रणाली, पर्यावरणीय मुद्दे एवं रणनीतियाँ, प्रमुख मानव व्यवसाय, जनसंख्या वितरण एवं प्रवास।
  • भारत: भौतिक विशेषताएँ, जलवायु प्रणाली, जल निकासी, प्राकृतिक वनस्पति एवं जैव विविधता, ऊर्जा संसाधन।

भारतीय अर्थव्यवस्था:-

  • भारत में कृषि, उद्योग एवं सेवा क्षेत्र में वृद्धि एवं विकास।
  • भारत का विदेशी व्यापार: रुझान, संरचना और दिशा।

भारत का संविधान और विदेश नीति: –

  • भारत का संवैधानिक विकास, संविधान सभा और बी.आर. अम्बेडकर की भूमिका।
  • नागरिकता, मौलिक अधिकार, राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत।
  • मौलिक कर्तव्य।
  • राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद।
  • संसद, सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव आयोग।
  • भारत की विदेश नीति के सिद्धांत और जवाहर लाल नेहरू का योगदान, प्रमुख शक्तियों और पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंध, समकालीन मुद्दे और चुनौतियाँ।

IV. शैक्षिक मनोविज्ञान: –

  • शैक्षिक मनोविज्ञान – प्रभावी शिक्षण की प्रकृति, दायरा और निहितार्थ।
  • शिक्षार्थी का समग्र विकास। विकास की अवधारणा और सिद्धांत, संज्ञानात्मक, सामाजिक, नैतिक, भावनात्मक, भाषाई और शारीरिक विकास।
  • अधिगम- अर्थ और प्रकार, व्यवहारिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक संज्ञानात्मक और अधिगम के प्रति रचनावादी दृष्टिकोण, अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक और एक शिक्षक के लिए निहितार्थ।
  • व्यक्तित्व – अर्थ, सिद्धांत और मापन, समायोजन और मानसिक स्वास्थ्य।
  • बुद्धि और सृजनात्मकता: अर्थ, सिद्धांत और मापन, अधिगम में भूमिका, भावनात्मक बुद्धि- अवधारणा और अभ्यास।
  • प्रेरणा: अर्थ और प्रकार, प्रेरणा के सिद्धांत और शिक्षण अधिगम पर इसके निहितार्थ।
  • व्यक्तिगत अंतर: अर्थ, स्रोत और कक्षा निहितार्थ: समावेशी शिक्षा।
  • 21वीं सदी के कौशल का विकास: अवधारणा और रणनीतियाँ।

वरिष्ठ शिक्षक पद हेतु प्रतियोगी परीक्षा हेतु:-

1. प्रश्न पत्र अधिकतम 200 अंकों का होगा।

2. प्रश्न पत्र की अवधि दो घंटे की होगी।

3. प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय 100 प्रश्न होंगे।

4. प्रश्नपत्र में निम्नलिखित विषय शामिल होंगे:-

(i) राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान

(ii) राजस्थान के समसामयिक मामले

(iii) विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान

(iv) शैक्षिक मनोविज्ञान

5. उत्तर के मूल्यांकन में नकारात्मक अंकन लागू होगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए उस प्रश्न के लिए निर्धारित अंकों में से एक तिहाई अंक काटे जाएँगे।

Leave a Comment